BRAOU | सिर्फ डिग्री नहीं, दूसरा मौका। एडमिशन से लेकर एग्जाम तक, आपका पूरा गाइड
चलिए, एक कप कॉफ़ी के साथ बैठते हैं और ईमानदारी से बात करते हैं। ज़िंदगी हमेशा सीधी लकीर में नहीं चलती, है ना? कभी-कभी हम 12वीं के बाद सही फैसला नहीं ले पाते, कभी पारिवारिक ज़िम्मेदारियों के चलते पढ़ाई छूट जाती है, तो कभी नौकरी के साथ रेगुलर कॉलेज करना नामुमकिन सा लगता है। और फिर सालों बाद एक टीस उठती है… काश, मैंने अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर ली होती। काश, मेरे पास भी एक डिग्री होती।
अगर यह आपकी कहानी से मिलता-जुलता है, तो आप अकेले नहीं हैं। और यहीं पर BRAOU , यानी डॉ. बी. आर. अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी, एक उम्मीद की किरण बनकर आती है।
यहाँ बात सिर्फ एक यूनिवर्सिटी की नहीं हो रही है। सच कहूँ तो, यह एक सिस्टम है, एक दूसरा मौका है, जो उन लाखों लोगों के लिए बनाया गया है जिन्हें ज़िंदगी ने पारंपरिक शिक्षा के रास्ते से हटा दिया था। यह सिर्फ हैदराबाद में स्थित एक यूनिवर्सिटी नहीं है, बल्कि यह distance education India का एक मज़बूत स्तंभ है। तो चलिए, आज हम इस यूनिवर्सिटी के बारे में सब कुछ जानते हैं – एडमिशन से लेकर एग्जाम तक, और यह भी कि यह आपके लिए गेम-चेंजर कैसे साबित हो सकती है।
BRAOU आखिर है क्या? (यह सिर्फ एक यूनिवर्सिटी से कहीं ज़्यादा है)

अक्सर लोग “ओपन यूनिवर्सिटी” का नाम सुनकर उसे रेगुलर यूनिवर्सिटी से कम आंकते हैं। यह सबसे बड़ी ग़लतफ़हमी है।
इसे ऐसे समझिए: रेगुलर यूनिवर्सिटी का एक फिक्स टाइम-टेबल होता है, आपको रोज़ क्लास जाना होता है। लेकिन ओपन यूनिवर्सिटी का मॉडल लचीला (flexible) है। यह उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो पहले से ही अपनी ज़िंदगी में कोई और भूमिका निभा रहे हैं – कोई जॉब कर रहा है, कोई घर संभाल रहा है, या कोई किसी छोटे शहर में रहता है जहाँ अच्छे कॉलेज नहीं हैं।
Dr. B. R. Ambedkar Open University की स्थापना इसी सोच के साथ हुई थी कि शिक्षा पर किसी एक वर्ग का अधिकार नहीं होना चाहिए। यह हर उस व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए जो पढ़ना चाहता है, चाहे उसकी उम्र, लोकेशन या आर्थिक स्थिति कुछ भी हो।
तो, जब आप BRAOU से जुड़ते हैं, तो आप सिर्फ एक डिग्री कोर्स में दाखिला नहीं लेते। आप एक ऐसे इकोसिस्टम का हिस्सा बनते हैं जो आपकी मजबूरियों को समझता है और आपको अपने समय और अपनी गति से सीखने की आज़ादी देता है। यहाँ का मकसद आपको रट्टू तोता बनाना नहीं, बल्कि आपको ‘सेल्फ-लर्नर’ बनाना है – एक ऐसा गुण जो आज की दुनिया में किसी भी डिग्री से ज़्यादा कीमती है। अधिक जानकारी के लिए, आप हमेशा उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
एडमिशन का पूरा प्रोसेस | स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

तो, आपने फैसला कर लिया है। बहुत बढ़िया! अब सवाल आता ہے کہ شروعات کیسے کریں؟ प्रोसेस थोड़ा कन्फ्यूजिंग लग सकता है, लेकिन घबराइए नहीं। मैं आपको स्टेप-बाय-स्टेप बताता हूँ।
- पहले सही कोर्स चुनें: BRAOU में बीए, बीकॉम, बीएससी से लेकर कई पोस्ट-ग्रेजुएट और डिप्लोमा कोर्स भी उपलब्ध हैं। पहले शांति से सोचें कि आपकी रुचि किसमें है और कौन सा कोर्स आपके करियर के लिए फायदेमंद होगा।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: अब आपको BRAOU admission पोर्टल पर जाना होगा। यहाँ आपको एक एप्लीकेशन फॉर्म भरना होता है। मेरी सलाह? इसे किसी साइबर कैफे वाले के भरोसे मत छोड़िए। खुद भरिए, धीरे-धीरे। नाम की स्पेलिंग, पिता का नाम, जन्मतिथि – इन चीज़ों को दो बार, नहीं… तीन बार चेक करें। एक छोटी सी गलती बाद में बहुत परेशान कर सकती है।
- डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें: आपको अपनी 10वीं, 12वीं की मार्कशीट, फोटो और सिग्नेचर की स्कैन की हुई कॉपी अपलोड करनी होगी। नोटिफिकेशन में दिए गए साइज़ और फॉर्मेट का ख़ास ध्यान रखें। एक आम गलती जो मैंने लोगों को करते देखा है, वो है बहुत पुरानी या धुंधली फोटो अपलोड कर देना। ऐसा न करें।
- फीस पेमेंट: फॉर्म भरने के बाद, आपको ऑनलाइन फीस जमा करनी होगी। डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से पेमेंट हो जाती है। रसीद को संभालकर ज़रूर रखें।
- एनरोलमेंट नंबर का इंतज़ार: एक बार आपका एप्लीकेशन प्रोसेस पूरा हो जाने के बाद, यूनिवर्सिटी उसे वेरिफाई करती है और आपको एक एनरोलमेंट नंबर जारी करती है। बस, यही नंबर अब यूनिवर्सिटी में आपकी पहचान है। इसे किसी डायरी में या अपने फ़ोन में सुरक्षित सेव कर लें।
एडमिशन की तारीखें साल में कई बार निकलती हैं, इसलिए ऑफिशियल वेबसाइट पर नज़र बनाए रखना बहुत ज़रूरी है।
डिस्टेंस लर्निंग में सफल होने के सीक्रेट्स (हाँ, यह संभव है!)

चलिए, कड़वा सच स्वीकार करते हैं। डिस्टेंस एजुकेशन में सबसे बड़ा चैलेंज कोई और नहीं, बल्कि हम खुद होते हैं। कोई टीचर सिर पर नहीं खड़ा ہوتا, कोई अटेंडेंस का डर नहीं होता। ऐसे में अनुशासन बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।
लेकिन यह नामुमकिन नहीं है। मैंने कई सफल लोगों को देखा है जिन्होंने यहीं से पढ़कर अपनी ज़िंदगी बदली है। उनके अनुभव से निकले कुछ सीक्रेट्स मैं आपसे शेयर कर रहा हूँ:
- रूटीन ही आपका भगवान है: तय करें कि आप रोज़ एक घंटा पढ़ेंगे, चाहे कुछ भी हो जाए। रविवार को 8 घंटे पढ़ने से कहीं ज़्यादा असरदार रोज़ का एक घंटा है। यह आपके दिमाग को सीखने के मोड में रखता है।
- स्टडी मटेरियल को अपना दोस्त बनाएं: आपको यूनिवर्सिटी से जो किताबें (SLM – Self Learning Material) मिलती हैं, वे सोने की खान हैं। उन्हें सिर्फ पढ़िए मत। पेंसिल लेकर बैठिए, ज़रूरी पॉइंट्स को अंडरलाइन कीजिए, साइड में नोट्स बनाइए। हर चैप्टर के अंत में दिए गए सवालों को हल करने की कोशिश करें। आपका आधा काम वहीं हो जाएगा। यह BRAOU study material ख़ास तौर पर सेल्फ-स्टडी के लिए ही डिज़ाइन किया गया है।
- काउंसलिंग क्लासेस को मिस न करें: यूनिवर्सिटी वीकेंड पर कुछ संपर्क कक्षाएं (Contact-cum-Counselling Classes) आयोजित करती है। इन्हें गलती से भी मिस न करें! यही वो मौका है जब आप प्रोफेसर्स से अपने डाउट पूछ सकते हैं और दूसरे स्टूडेंट्स से मिल सकते हैं। यह आपको अकेला महसूस नहीं होने देता।
- एक छोटा स्टडी ग्रुप बनाएं: अपने स्टडी सेंटर के 2-3 गंभीर छात्रों के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप बना लें। आप एक-दूसरे को प्रेरित कर सकते हैं, नोट्स शेयर कर सकते हैं और मुश्किल टॉपिक्स पर चर्चा कर सकते हैं।
अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो डिस्टेंस लर्निंग आपके लिए बोझ नहीं, बल्कि एक मज़ेदार सफ़र बन जाएगा। आजकल व्यवसाय जगत में भी सेल्फ-लर्निंग को बहुत महत्व दिया जाता है।
असाइनमेंट से लेकर एग्जाम तक | क्या करें और क्या न करें

कोर्स का आख़िरी और सबसे ज़रूरी पड़ाव – असाइनमेंट और एग्ज़ाम।
असाइनमेंट को हल्के में न लें। ये सिर्फ मार्क्स के लिए नहीं हैं। ये असल में फाइनल एग्जाम के लिए आपकी प्रैक्टिस हैं। इन्हें लिखते समय इंटरनेट से सीधे कॉपी-पेस्ट करने की गलती न करें। टॉपिक को समझें, अपनी भाषा में लिखें। इससे आपकी लिखने की प्रैक्टिस भी होगी और टॉपिक भी याद हो जाएगा।
जब BRAOU exam date घोषित हो, तो घबराएं नहीं।
- पुराने प्रश्न पत्र (Previous Year Papers) ढूंढें: यह सबसे स्मार्ट तरीका है तैयारी करने का। इससे आपको एग्जाम के पैटर्न और ज़रूरी टॉपिक्स का अंदाज़ा हो जाता है।
- टाइम मैनेजमेंट: घर पर ही 3 घंटे का टाइमर लगाकर पेपर सॉल्व करने की प्रैक्टिस करें। इससे आपको पता चलेगा कि आप किस सेक्शन में ज़्यादा समय ले रहे हैं।
- हॉल टिकट: एग्जाम से कुछ हफ़्ते पहले हॉल टिकट यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर आ जाता है। उसे डाउनलोड करके प्रिंट कर लें और उस पर दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
याद रखें, तैयारी और आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
अगर मैं कोई परीक्षा नहीं दे पाया तो क्या होगा?
घबराने की बात नहीं है। आप अगली बार जब उस विषय की परीक्षा हो, तो उसे दे सकते हैं। ओपन यूनिवर्सिटी की यही सबसे बड़ी खासियत है। आपको बस अगली परीक्षा के लिए फॉर्म भरना होगा।
क्या मैं अपना स्टडी सेंटर बदल सकता हूँ?
हाँ, कुछ विशेष परिस्थितियों में (जैसे ट्रांसफर वाली नौकरी) आप ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स देकर स्टडी सेंटर बदलने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया के लिए आपको अपने रीजनल सेंटर से संपर्क करना होगा।
BRAOU की डिग्री सरकारी नौकरियों के लिए मान्य है?
बिल्कुल! Dr. B. R. Ambedkar Open University यूजीसी (UGC) से मान्यता प्राप्त है। इसकी डिग्री उतनी ही मान्य है जितनी किसी भी अन्य रेगुलर यूनिवर्सिटी की। आप इसे किसी भी सरकारी नौकरी या आगे की पढ़ाई के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इसकी पुष्टि UGC-DEB वेबसाइट पर भी कर सकते हैं।
मैं अपना एनरोलमेंट नंबर भूल गया, अब क्या کروں؟
आप अपने नाम और जन्मतिथि का उपयोग करके यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर मौजूद BRAOU ऑनलाइन सर्विसेज पोर्टल से अपना एनरोलमेंट नंबर दोबारा प्राप्त कर सकते हैं। या फिर अपने स्टडी सेंटर से संपर्क करें।
असाइनमेंट जमा करने की आखिरी तारीख क्या है?
असाइनमेंट जमा करने की तारीखें आमतौर पर आपके एडमिशन के समय मिले प्रॉस्पेक्टस में या यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर घोषित की जाती हैं। नवीनतम समाचार और अपडेट के लिए वेबसाइट देखते रहना सबसे अच्छा है।
तो, आखिर में बस इतना ही कहना चाहूँगा। BRAOU से डिग्री हासिल करना सिर्फ एक अकादमिक उपलब्धि नहीं है। यह आपकी इच्छाशक्ति, आपके अनुशासन और आपके दृढ़ संकल्प का प्रमाण है। यह दुनिया को बताता है कि आपने हार नहीं मानी और अपनी ज़िंदगी को बेहतर बनाने के लिए एक और कोशिश की।
यह सिर्फ एक कागज़ का टुकड़ा नहीं है, यह आपकी मेहनत और लगन का ताज है। इसे गर्व से पहनिए।